एक बार हड्डियां के बढ़ना रूकने के बाद,
लंबाई को बढ़ाने की सीमा तय हो जाती है। फिर लंबाई को बढ़ना थोड़ा मुश्किल
हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्ट्रेचिंग की मदद से अपने
पॉश्चर में सुधार कर अपनी लंबाई बढ़ा सकते हैं। आपको विश्वास नहीं हो रहा
न तो आइए इस आर्टिकल के माध्यम से जानें यह कैसे संभव है।
लड़कियां की लंबाई 11.5 वर्ष और लड़कों की लंबाई 13.5 वर्ष तक ही बढ़ती है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथर्न कैलिफोर्निया वेबसाइट के डॉक्टर लॉरेंस एस नैनस्टीन के अनुसार, लड़कों को लड़कियों की तुलना में हड्डियों की ग्रोथ बंद होने से पहले लंबाई बढ़ाने का दो साल का लंबा समय मिलता है। लेकिन वयस्कों में लंबाई बढा़ने के लिए स्ट्रेच एक अच्छा आइडिया है, क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी में संकोचन को कम करता है। अमेरिकी कॉसिल ऑफ एक्सरसाइज के अनुसार, स्ट्रेचिंग से आपको पॉश्चर में सुधार करने और लंबाई की सीमा बढ़ाने में मदद मिलती हैं।
लड़कियां की लंबाई 11.5 वर्ष और लड़कों की लंबाई 13.5 वर्ष तक ही बढ़ती है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथर्न कैलिफोर्निया वेबसाइट के डॉक्टर लॉरेंस एस नैनस्टीन के अनुसार, लड़कों को लड़कियों की तुलना में हड्डियों की ग्रोथ बंद होने से पहले लंबाई बढ़ाने का दो साल का लंबा समय मिलता है। लेकिन वयस्कों में लंबाई बढा़ने के लिए स्ट्रेच एक अच्छा आइडिया है, क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी में संकोचन को कम करता है। अमेरिकी कॉसिल ऑफ एक्सरसाइज के अनुसार, स्ट्रेचिंग से आपको पॉश्चर में सुधार करने और लंबाई की सीमा बढ़ाने में मदद मिलती हैं।
स्टेप 1
ताड़ासन को पर्वत योग मुद्रा भी कहते हैं।
इस स्ट्रेच योग को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर दरी बिछाकर सीधे खड़े
हो जाएं। अपने दोनों पैर को आपस में मिलाकर और दोनों हथेलियों को अपने बगल
में रखें फिर पूरे शरीर को स्थिर रखें और दोनों पैरों पर अपने शरीर का वजन
सामान रखें। उसके बाद दोनों हथेलियों की अंगुलियों को मिलाकर सिर के ऊपर ले
जाएं। हथेलियों सीधी रखें और सांस भरते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर
खींचिए, जिससे आपके कंधों और चेस्ट में भी स्ट्रेच आएगा। इसके साथ ही
पैरों की एड़ी को भी ऊपर उठाएं और पैरों की अंगुलियों पर शरीर का संतुलन
बनाए रखिए। इस स्थिति में कुछ देर रहें। इस योगाभ्यास करते समय में पूरे
शरीर में उपयुक्त रूप से स्ट्रेच महसूस होता है। 'योग जर्नल' वेबसाइट के
अनुसार यह मुद्रा आपको रीढ़ की हड्डी को सीधा करने में मदद करती है। सीधा
खड़ा होना, गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का विरोध कर आपकी लंबाई को 30 की उम्र
के बाद भी बढ़ता है।
स्टेप 2
भुजंगासान को कोबारा पोज भी कहते हैं। इस
आसान में चेहरे पर स्ट्रेच महसूस करते हुए अपनी उंगालियों को कंधों की तरफ
और कोहनी को अपनी साइट में रखते हैं। साथ ही अपने शरीर के निचले हिस्से
पर दबाव बनाये रखते हैं। अपनी बाहों को सीधा रखते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से
को ऊपर की तरफ और निचले हिस्से को जमीन पर रखते हैं। ऊपरी हिस्से को तब
तक ही उठाते हैं, जितना की आप आराम से उठा सकें। अपनी रीढ़ में स्ट्रेच
महसूस करें। सांस छोड़ते और 15 की गिनती करते हुए धीरे-धीरे अपने ऊपरी
हिस्से को नीचे लायें। इससे आपके चेस्ट और पेट की मसल्स में स्ट्रेच
होगा। इसको नियमित करने से लंबाई बढाई जा
सकती है। इस मु्द्रा को नियमित रूप से करने लंबाई बढ़ाने में मदद मिलती है
क्योंकि इससे आप बैठते, उठते और खड़े होते समय रीढ़ की हड्डी लंबा बनाये
रखने में मदद मिलती है।
स्टेप 3
शॉवर लेने के बाद भी नियमित रूप से
स्ट्रेच करें क्योंकि इस समय आपकी मसल्स गर्म होती है। पांच मिनट एक ही
जगह चलने के बाद धीरे-धीरे अपने दोनों हाथों को हिलायें और पैरों को ढीला
छोड़कर तनाव को रिलीज करें। फिर एक समय में एक हाथ को ऊपर की तरफ स्ट्रेच
करें। अब अपने पैर की उंगलियों से लेकर हिप्स और कंधे तक बॉडी की एक साइड
को स्ट्रेच करें। फिर दूसरी तरफ से ऐसा ही करें और तीन से पांच बार
दोहरायें।
स्टेप 4
क्लॉस या होम एक्सरसाइज वीडियो के
माध्यम से योग या पिलेट्स करें, जिससे आपके पूरे शरीर का स्ट्रेच हो
सकें। योग या पिलेट्स को नियमित करने अच्छी मुद्रा को एक आदत बनाने में
मदद मिलती है और मसल्स को मजबूती मिलती है जिससे आपकी रीढ़ और अंगों को
उचित एलाइनमेंट मिलती है। नियमित रूप से स्ट्रेचिंग रीढ़ की हड्डी पर
संकोचन को कम करने में मदद करता है जिससे आप 30 साल की उम्र के बाद भी
लंबाई बढ़ा सकते है। हालांकि इस बात के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
टिप्स
योग के सही मुद्रा एक योग्य योग प्रशिक्षक की मदद से सीखें।
कई स्वास्थ्य केन्द्र, योग केंद्र और सामुदायिक कॉलेज योग शिक्षा प्रदान करते हैं।
कई स्वास्थ्य केन्द्र, योग केंद्र और सामुदायिक कॉलेज योग शिक्षा प्रदान करते हैं।
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